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शुक्रवार, 31 जनवरी 2014

hasya salila: neebu -sanjiv

हास्य सलिला;
नीबू
संजीव
*
फरमाइश मेहमान की सुन लाली हैरान
लालू पूछे: 'समस्या क्या है मेरी जान?
पल में हल कर दूँ कहो, फिर करें दो प्यार'
लाली बिगड़ीं: 'हटो जी! बिगड़ेगा सिंगार
नीबू घर में है नहीं, रहे शिकंजी माँग
लाओ नीबू या नहीं व्यर्थ अड़ाओ टांग'
लालू मुस्काये कहा: 'चिंता है बेकार
सौ नीबू की शक्ति ले आया न्यू विम बार
दो बूँदें दो डाल फिर करो शिकंजी पेश'
लाली खीझीं: 'नोच दूँ आज तुम्हारे केश'
*

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