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शुक्रवार, 31 जनवरी 2014

chhand salila: shashivadna chhand -sanjiv

छंद सलिला:

शशिवदना छंद
(अब तक प्रस्तुत छंद: अग्र, अचल, अचल धृति, आर्द्रा, आल्हा, इंद्रवज्रा, उपेन्द्रवज्रा, एकावली, कीर्ति, घनाक्षरी, छवि, तांडव, तोमर, दीप, दोधक, निधि, प्रेमा, मधुभार ,माला, लीला, वाणी, शक्तिपूजा, शशिवदना, शाला, शिव, शुभगति, सार, सुगति, सुजान, हंसी)
*संजीव
*
यह दस मात्रिक छंद है.

उदाहरण:

१. शशिवदना चपला
   कमलाक्षी अचला
   मृगनयनी मुखरा  
   मीनाक्षी मृदुला

२. कर्मदा वर्मदा धर्मदा नर्मदा
   शर्मदा मर्मदा हर्म्यदा नर्मदा
   शक्तिदा भक्तिदा मुक्तिदा नर्मदा
   गीतदा प्रीतदा मीतदा नर्मदा

३. गुनगुनाना सदा
   मुस्कुराना सदा
   झिलमिलाना सदा
   खिलखिलाना सदा
   गीत गाना सदा
   प्रीत पाना सदा
   मुश्किलों को 'सलिल'
   जीत जाना सदा

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