फ़ॉलोअर

रविवार, 29 दिसंबर 2013

stuti: namo dev nirakar

स्तुति :
नमो देव…
संजीव
*
नमो देव निराकार सकल सृष्टिधारी
निर्गुण से सगुण हुए सद्गुण अवतारी

नाद-ताल-थाप मधुर, अनहद अविकारी
रव-तरंग घर्षण, रस वर्षण जग-तारी

कण-तृण, जड़-चेतन रच प्रगटे साकारी
पंचतत्व पावन हे! द्युति-युति आगारी

धर्म-कर्म-मर्मी विधि-हरि-हर छवि न्यारी
शारद-श्री-शक्ति तुम्हीं, रची सृष्टि सारी

ज्ञान-ध्यान दाता प्रभु! संयम आचारी
नटवर-नटराज देव! अक्षर आकारी

वेद छंद अलंकार भाव छवि निहारी
गीता कुरआन ग्रंथ बाइबिल विहारी

आदि-अंत दिग्दिगंत हम सब आभारी
दया क्षमा करुणा हम चाहते तिहारी
***
Sanjiv verma 'Salil'
salil.sanjiv@gmail.com
http://divyanarmada.blogspot.in/
facebook: sahiyta salila / sanjiv verma 'salil'

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें