स्तुति :
नमो देव…
संजीव
*
नमो देव निराकार सकल सृष्टिधारी
निर्गुण से सगुण हुए सद्गुण अवतारी
नाद-ताल-थाप मधुर, अनहद अविकारी
रव-तरंग घर्षण, रस वर्षण जग-तारी
कण-तृण, जड़-चेतन रच प्रगटे साकारी
पंचतत्व पावन हे! द्युति-युति आगारी
धर्म-कर्म-मर्मी विधि-हरि-हर छवि न्यारी
शारद-श्री-शक्ति तुम्हीं, रची सृष्टि सारी
ज्ञान-ध्यान दाता प्रभु! संयम आचारी
नटवर-नटराज देव! अक्षर आकारी
वेद छंद अलंकार भाव छवि निहारी
गीता कुरआन ग्रंथ बाइबिल विहारी
आदि-अंत दिग्दिगंत हम सब आभारी
दया क्षमा करुणा हम चाहते तिहारी
***
Sanjiv verma 'Salil'
salil.sanjiv@gmail.com
http://divyanarmada.blogspot.in/
facebook: sahiyta salila / sanjiv verma 'salil'
नमो देव…
संजीव
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नमो देव निराकार सकल सृष्टिधारी
निर्गुण से सगुण हुए सद्गुण अवतारी
नाद-ताल-थाप मधुर, अनहद अविकारी
रव-तरंग घर्षण, रस वर्षण जग-तारी
कण-तृण, जड़-चेतन रच प्रगटे साकारी
पंचतत्व पावन हे! द्युति-युति आगारी
धर्म-कर्म-मर्मी विधि-हरि-हर छवि न्यारी
शारद-श्री-शक्ति तुम्हीं, रची सृष्टि सारी
ज्ञान-ध्यान दाता प्रभु! संयम आचारी
नटवर-नटराज देव! अक्षर आकारी
वेद छंद अलंकार भाव छवि निहारी
गीता कुरआन ग्रंथ बाइबिल विहारी
आदि-अंत दिग्दिगंत हम सब आभारी
दया क्षमा करुणा हम चाहते तिहारी
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