एक षटपदी
विषधर की अभिराम छवि
संजीव
*
विषधर की अभिराम छवि देख हुए हैरान
ज्यों नेता इस देश के दिखें न--- हैं शैतान
दिखें न हैं शैतान मोहकर जनगण का मन
संसद में जन सेवा का करते हैं मंचन
घपला करने का न चूकते अफसर अवसर
शासन और प्रशासन ही हैं असली विषधर
***
विषधर की अभिराम छवि
संजीव
*
विषधर की अभिराम छवि देख हुए हैरान
ज्यों नेता इस देश के दिखें न--- हैं शैतान
दिखें न हैं शैतान मोहकर जनगण का मन
संसद में जन सेवा का करते हैं मंचन
घपला करने का न चूकते अफसर अवसर
शासन और प्रशासन ही हैं असली विषधर
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