आज की बात:
संजीव
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रजनी ने मानव को बख्शी, ख्वाबों की जागीर
हो संजीव उषा हँस बोली, सलिल करो तामीर
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हर चेहरा ईश्वर का चेहरा, कण-कण में भगवान
हर कंकर में मिलता शंकर, देखे तो इंसान
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बे-ईमान में भी है ईमान देखिये
हैं बा-ईमान आप से कुछ यह भी लेखिये
अफसर हैं हम भी घर में बोल दे अगर बीबी
चाकर हुए तो क्या हुआ पाई है करीबी
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Sanjiv verma 'Salil'salil.sanjiv@gmail.com
http://divyanarmada.blogspot.in
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