संतोष श्रीवास्तव को प्रियंवदा साहित्य सम्मान
मूलचंद स्मृति संस्थान की अध्यक्ष डॉ.मिथिलेश मिश्र ने ख्यात कथा-लेखिका संतोष श्रीवास्तव Santosh Srivastava को प्रियंवदा साहित्य सम्मान से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार 20 नवंबर 2013 को लखनऊ में दिया जाना था लेकिन संतोष जी की अनुपस्थिति के कारण मुम्बई में उन्हें यह पुरस्कार दिया गया । पुरस्कार के अंतर्गत स्मृति चिन्ह, शॉल तथा मानधन दिया गया। इसी तरह कानपुर की भूतपूर्व सैनिकों एवं युद्ध विधवाओं के कल्याणार्थ स्थापित बिगुल संस्था ने भी साहित्य के क्षेत्र में संतोष श्रीवास्तव के विशिष्ट योगदान के लिए प्रमुख अतिथि कमोडोर के.आई.रवि (वी.एस.एम. भारतीय वायुसेना)के करकमलों द्वारा प्रशस्तिपत्र तथा मानधन देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संतोष श्रीवास्तव ने सैनिक जीवन पर लिखी अपनी कहानी "उस पार प्रिये तुम हो" का पाठ किया।
मूलचंद स्मृति संस्थान की अध्यक्ष डॉ.मिथिलेश मिश्र ने ख्यात कथा-लेखिका संतोष श्रीवास्तव Santosh Srivastava को प्रियंवदा साहित्य सम्मान से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार 20 नवंबर 2013 को लखनऊ में दिया जाना था लेकिन संतोष जी की अनुपस्थिति के कारण मुम्बई में उन्हें यह पुरस्कार दिया गया । पुरस्कार के अंतर्गत स्मृति चिन्ह, शॉल तथा मानधन दिया गया। इसी तरह कानपुर की भूतपूर्व सैनिकों एवं युद्ध विधवाओं के कल्याणार्थ स्थापित बिगुल संस्था ने भी साहित्य के क्षेत्र में संतोष श्रीवास्तव के विशिष्ट योगदान के लिए प्रमुख अतिथि कमोडोर के.आई.रवि (वी.एस.एम. भारतीय वायुसेना)के करकमलों द्वारा प्रशस्तिपत्र तथा मानधन देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर संतोष श्रीवास्तव ने सैनिक जीवन पर लिखी अपनी कहानी "उस पार प्रिये तुम हो" का पाठ किया।
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